अगर जिंदगी में स्वस्थ रहना है तो खुश रहने के ये तरीके सीख लो

अगर जिंदगी में स्वस्थ रहना है तो खुश रहने के ये तरीके सीख लो

सेहतराग टीम

खुशी रहने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते हैं। इस दुनिया में हर कोई खुश रहना चाहता है। कभी-कभी तो लोग खुद का मन प्रसन्न रखने के लिए नए-नए तरीके अपनाते हैं। हाल ही में आई फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार जो लोग खुश रहते हैं उनमें आत्मविश्वास से भरे रहते हैं और दूसरों के लिए प्रेरक बनते हैं। कई-कई बार तो यह देखा गया है कि कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को खुश रखने के लिए नए-नए तरीके अपनाती हैं जिससे कि उनकी कार्यक्षमता बढ़े।

पॉजिटिव सायकोलॉजी सेंटर वेबसाइट के अनुसार, वैज्ञानिक अध्ययनों में भी ये साबित हो चुका है कि जो लोग खुश रहते हैं, वो अधिक जीते हैं। मतलब खुश रहना बीमारियों से लड़ने का एक मजबूत तरीका है। आज के जिंदगी जीने के तरीकों के अनुसार यह बहुत जरूरी है कि सभी को खुश रहना चाहिए। लेकिन अक्सर लोग खुश नहीं रह पाते हैं इसके भी कुछ कारण हैं। ऐसे में कुछ तरीके हैं जिन्हें समझकर किसी भी परिस्तिथि में अपने मन को शांत व खुश रख सकते हैं।     

1- तुलना करना बंद करें

खुश रहने के लिए सबसे पहले के काम करें वह है खुद की तुलना दूसरों से करना बंद कर दें। क्योंकि हर इंसान का रहन-सहन, जिंदगी जीने का तरीका अलग होता है। इसीलिए दूसरों से तुलना करना बिल्कुल गलत है। क्योंकि अक्सर लोग दूसरों से तुलना करते समय दूसरों की खूबी और अपनी कमजोरी को देखते हैं। जिससे वह हमेशा असंतुष्ट रहते हैं। ऐसे में तुलना करना बंद करके खुश रहना चाहिए।   

2- तारीफ में कंजूसी नहीं

सायकोलॉकिल बुलेटिन में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, हमेशा हंसते हुए चेहरे देखने वाले लोग खुश रहते हैं। यानी हमेशा खुश रहें। दूसरों की खुलकर तारीफ करें। यदि किसी अन्य व्यक्ति की सफलता, उसकी काबिलियत या उसकी अच्छाई देखकर आप चुप्पी साधे रहते हैं, या मन ही मन आपको किसी की तरक्की से घुटन महसूस होती है तो यह भावनाएं भी आपकी खुशियों में रुकावट है। बेहतर होगा कि आप अन्य लोगों की प्रशंसा करना सीखें। किसी में बुराई ढूढंने की बजाए अच्छाई पर गौर कीजिए और उनके सामने ही उनकी प्रशंसा कीजिए। इससे आप दूसरों के चेहरे पर मुस्कान लाकर खुद भी सुकून महसूस करेंगे।

3- परिवार, दोस्तों से जुड़े रहें

हैप्पीनेस इंडेक्स 2019 के अनुसार, जो लोग परिवार या दोस्त के साथ ज्यादा वक्त गुजारते हैं, वो खुश रहते हैं और स्वस्थ्य भी। कोई भले ही बड़ी उपलब्धियां हासिल कर ले लेकिन इन उपलब्धियों को पाने का उत्साह और खुशी अगर अपने परिवार-दोस्तों के बीच न बांट पाए तो सही मायने में सब फीका ही है। इसलिए परिवार और दोस्तों के साथ मजबूत संबंध बनाएं।

4- अपनी कमजोरी को पहचानें

खुद पर ध्यान दें कि क्या कर रहे हैं। इसी में खुशी छिपी है। अगर कुछ गलत कर रहे हैं तो उस पर ध्यान दे, हो सकता है आपके दुखी होने का कारण आप खुद हो। खुद की कमजोरी को पहचाने और उसे ठीक करें। खुद में कोई कमी है जिससे आप दुखी है वो बाहर करो, आप खुद खुश रहने लग जाओगे।

5- दिमाग को रिलेक्स रखें

वैज्ञानिकों के मुताबिक, हमारा मस्तिष्क प्रतिदिन 60 हजार विचार पैदा करता है और एक सामान्य आदमी में इनमें से अधिकतर विचार नकारात्मक होते हैं। अगर  रोज अपने मस्तिष्क को हजारों नकारात्मक विचारों से भरेंगे तो खुश रहना मुश्किल ही होगा। इसलिए खुश रहने वाले व्यक्ति दिमाग में आ रहे बुरे विचारों को अधिक देर तक पनपने नहीं देते। वो जानते हैं कि हो सकता है जो वो सोच रहे हैं वो गलत हो, जिसे वो बुरा समझ रहे हैं वो उस तरह नहीं हो। ऐसा करने से बुरे विचार आने के बावजूद इंसान रिलैक्स हो जाता है। दरअसल, हमारी सोच के हिसाब से मस्तिष्क में ऐसे केमिकल रिलीज होते हैं जो हमारे मूड को खुश या दुखी करते हैं। जब आप नकारात्मक विचारों को सच मान लेते हैं तो आप का ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है और आप तनाव से भर जाते हैं, वहीं दूसरी तरफ जब आप उस पर अपने नकारात्मक विचार पर संदेह करते हैं, तो आप अनजाने में ही मस्तिष्क को रिलैक्स रहने का सिग्नल दे देते हैं।

6- मन का काम करें या जो कर रहे हैं उसमें मन लगाएं

फेसबुक और गूगल जैसी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के सर्वे में पाया है कि 90 फीसदी कर्मचारियों को वेतन में कटौती मंजूर है, यदि उन्हें मनमाफिक और उद्देश्यपूर्ण कार्य करने का मौका मिले। जो लोग हर समय जीवन को लेकर अपनी असंतुष्टी जाहिर करते हैं, वो अपने खुशी के पलों को पहचान नहीं पाते हैं। यदि आप अपनी रुचि का, अपने मन का काम करते हैं तो निश्चित रूप से आपको खुशी होगी। ज्यादातर लोगों के साथ यह परिस्थितिवश संभव नहीं हो पाता कि वे वही काम करें जिनमें उनकी रुचि हो। उन्हें ऐसी नौकरी या व्यापार में लगना पड़ता है जो उनके रुचि के हिसाब से नहीं होती, लेकिन खुश रहने वाले लोग जो काम करते हैं उसी में अपना मन लगा लेते हैं। साथ ही वह अपनी रुचि के काम करने का भी समय निकालकर प्रयास में जुटे रहते हैं। अपनी नौकरी, अपनी कंपनी, सहकर्मियों की बुराई से आप खुशी की संभावना पर विराम लगा देते हैं। खुश रहने वाले अपने काम की बुराई नहीं करते, वो उसके सकारात्मक पहलुओं पर ध्यान देते हैं और उसका आनंद लेते हैं।

7- स्वस्थ रहेंगे तो खुशी महसूस कर पाएंगे

यदि व्यक्ति स्‍वस्‍थ नहीं है, तो कितने ही खुशनुमा माहौल में क्‍यों न रह ले, खुश नहीं रह सकता। इसलिए जरूरी है कि खुद के स्‍वास्‍थ्‍य पर  ध्‍यान दिया जाए। स्वस्थ रहने के लिए खाने में संतुलन बनाएं, अपनी दिनचर्या को संतुलित रखें, मोटापे से बचें, शरीर की साफ-सफाई का ध्यान रखें।

8- हिचक और झिझक निकाल दें

हमेशा आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें, लोगों से खुलकर बात करें। किसी भी बात से हिचकिचाएं नहीं। हिचक सफलता में रोड़ा बनती है। जीवन की छोटी-बड़ी समस्याओं को हल कर जो खुशी मिलती है, वह किसी से कम नही है।

न्यूयॉर्क स्थित माउंट सिनाई हेल्थ सिस्टम में प्रोफेसर डॉ. एलन रोजांस्की कहते हैं कि हैप्पीनेस विभिन्न साइज और फ्लेवर में आती है। यानी खुशी किसी भी रूप में आए, वह अच्छी है। इसलिए हर छोटी-बड़ी खुशी का आनंद लें और एक शानदार जीवन जीएं।

 

इसे भी पढ़ें-

इन घरेलू और प्राकृतिक नुस्खों से अपने फेफड़ों को प्रदूषण से बचाएं

एयरोबिक्स से घटाएं अपना वजन, लेकिन करते समय बरतें ये सावधानियां

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।